खेल डेस्क. ऑलराउंडर इरफान पठान ने शनिवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं भाग्यशाली रहा कि गांगुली, लक्ष्मण और द्रविड़ जैसे खिलाडियों के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर किया। मैं इस सफर के लिए अपने परिवार को धन्यवाद देना चाहता हूं।’’
पठान ने 2007 के टी-20 विश्व कप को अपने करियर का सबसे अहम पड़ाव बताया। उन्होंने कहा, ‘‘मेरा सफर संतोषजनक रहा। बतौर बाएं हाथ का गेंदबाज मैंने काफी विकेट हासिल किए। हर किसी को लगता है कि और लंबा खेलना चाहिए। हालांकि, मैंने महसूस किया कि अब संन्यास लेने का वक्त आ गया है। भारत के लिए विश्व कप जीतना मेरी सबसे बड़ी उपलब्धि। हर खिलाड़ी इसका सपना देखता है। इसलिए यह मेरे लिए खास है। भारतीय कैप हासिल करना मेरे लिए गौरव का पल था।’’
पठान ने 2007 के टी-20 विश्व कप के फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ शानदार गेंदबाजी की थी। उन्होंने मैच में 16 रन देकर तीन विकेट लिए थे। उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया था। बाएं हाथ के इस गेंदबाज ने इस विश्व कप में 14.90 की औसत से 10 विकेट लिए थे।
पठान टेस्ट के पहले ओवर में हैट्रिक लेने वाले पहले गेंदबाज
पठान टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक लेने वाले भारत के दूसरे गेंदबाज थे। उनसे पहले ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2001 में कोलकाता टेस्ट में यह उपलब्धि हासिल की थी। तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह हैट्रिक लेने वाले तीसरे भारतीय हैं। उन्होंने पिछले साल वेस्टइंडीज के खिलाफ जमैका टेस्ट में यह कारनामा किया था। पठान टेस्ट मैच के पहले ओवर में हैट्रिक लेने वाले दुनिया के पहले गेंदबाज हैं। उन्होंने 2006 में कराची टेस्ट में सलमान बट्ट, युनूस खान और मोहम्मद युसूफ को आउट कर यह कामयाबी हासिल की थी।
इरफान ने 2003 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था
बाएं हाथ के इस गेंदबाज ने भारत के लिए 29 टेस्ट, 120 वनडे और 24 टी-20 खेले। इसमें उन्होंने 301 विकेट लिए। वहीं, पठान ने एक शतक और 11 अर्धशतकों की बदौलत तीनों फॉर्मेट में 2821 रन बनाए। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट और वनडे डेब्यू किया है। इरफान ने दिसंबर 2003 में एडिलेड में अपना पहला टेस्ट जबकि इसके एक महीने बाद मेलबर्न में पहला वनडे खेला था।
इरफान ने 2004 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे डेब्यू किया था
इरफान 2003 में बांग्लादेश के खिलाफ एक अंडर-19 मैच में 9 विकेट लेकर रातों-रात सुर्खियों में आए थे। वे 2004 में अंडर-19 विश्व कप की तैयारियों का अहम हिस्सा थे। लेकिन अच्छे प्रदर्शन के चलते उन्हें 2003-04 के ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चुन लिया गया। उन्हें पहले टेस्ट में खेलने का मौका नहीं मिला। लेकिन जहीर खान के चोटिल होने के चलते वह एडिलेड टेस्ट में प्लेइंग-11 का हिस्सा बने। मैच में तो पठान 1 ही विकेट ले पाए। लेकिन भारत 4 विकेट से एडिलेड टेस्ट जीत गया।